दिल्ली: दिल्ली मेट्रो से आप न सिर्फ ऑफिस और कॉलेज बल्कि दिल्ली के मंदिरों के भी दर्शन कर सकते हैं। जल्द ही छतरपुर मंदिर के पास भी मेट्रो की कनेक्टिविटी हो जाएगी। दिल्ली मेट्रो फेज-4 के तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर पर जमीन से 19 मीटर नीचे अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
भक्तों को सिर्फ 100-150 मीटर की दूरी पर मंदिर के दर्शन करने का मौका मिलेगा। इससे पहले भी अक्षरधाम, कालकाजी, हनुमान मंदिर, झंडेवाला, गौरीशंकर मंदिर, गुफा मंदिर और दिगंबर जैन मंदिर तक पहुंचने के लिए रोजाना सैकड़ों यात्री मेट्रो में सफर करते हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) तुगलकाबाद-एरोसिटी के बीच 23.88 किलोमीटर के दायरे में एक नया मेट्रो कॉरिडोर बना रहा है। इसका 20 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है और सितंबर 2025 तक इस लाइन पर मेट्रो चलने लगेगी। इस कॉरिडोर के 15 में से 11 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे जबकि चार एलिवेटेड होंगे। इस स्टेशन के दोनों तरफ गेट होंगे, जो मेट्रो से काफी कम दूरी पर बनाए जा रहे हैं।
वर्तमान में यह दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन पर छतरपुर से 700 मीटर की दूरी पर स्थित है। मेट्रो फेज-4 के कॉरिडोर पर प्रस्तावित स्टेशन तैयार होने से श्रद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी. इस कॉरिडोर पर 15 प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन होंगे। मेट्रो सेवाओं के शुरू होने से महिपालपुर, वसंत कुंज, छतरपुर, इग्नू, मैदानगढ़ी, नेबसराय, साकेत, खानपुर, संगम विहार और तुगलकाबाद के घनी आबादी वाले इलाकों को फायदा होगा.
रोजाना सैकड़ों भक्त पहुंचते हैं
मेट्रो गेट से निकलने के बाद छतरपुर मंदिर परिसर महज 100-150 मीटर की दूरी पर होगा। इससे भक्तों को मंदिर तक पहुंचने में काफी आसानी होगी। इस मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। मेट्रो स्टेशन बनने से यात्रियों को सहूलियत होगी।
एनसीआर के शहरों से एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान
इस कॉरिडोर पर मेट्रो का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। मेट्रो सेवा शुरू होने से इग्नू, महरौली-बदरपुर और महिपालपुर-महरौली रोड तक पहुंच बेहद आसान हो जाएगी। इस कॉरिडोर का लगभग 12.5 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मेट्रो सेवाएं शुरू होने से फरीदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए मेट्रो की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। इंटरचेंज स्टेशनों पर यात्रियों को लाइन बदलने का भी मौका मिलेगा। इससे एनसीआर शहरों में रहने वाले लोगों के लिए दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचना भी काफी आसान हो जाएगा।