राजधानी दिल्ली में सीलिंग प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू हो सकती है, दिल्ली नगर निगम (NCD) ने संपत्ति कर और कन्वर्शन फीस बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई की है। चांदनी चौक के एक हजार से अधिक व्यापारियों को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर वे 48 घंटे के भीतर कन्वर्जन फीस जमा नहीं कराई तो सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।
करीब 20 दिन पहले विशेष जोन चांदनी चौक के अंतर्गत आने वाले कच्चा नटवा, कटरा नील, नई सड़क, कच्चा कबील अत्तर व अन्य व्यापारियों को निगम की ओर से नोटिस देना शुरू किया गया था। सुमन गुप्ता के मुताबिक एक हजार से ज्यादा दुकानदारों को नोटिस मिल चुके हैं और उनकी दुकानों के बाहर कन्वर्जन फीस के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं।
इतने दुकानों को मिल चूका नोटिस
सुमन गुप्ता के मुताबिक एक हजार से ज्यादा दुकानदारों को नोटिस मिल चुके हैं और उनकी दुकानों के बाहर कन्वर्जन फीस के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली का पहला मास्टर प्लान 1962 में आया था। प्लान के अनुसार चांदनी चौक सभी मुख्य मार्ग, कटरे और कूचे को पहले ही व्यावसायिक क्षेत्र घोषित किया जा चुका है।
फिर भी निगम नोटिस भेज रहा है। उन्होंने कहा कि नोटिस मिलने के बाद से व्यापारी परेशान हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने भी नोटिसों की आलोचना करते हुए निगम अधिकारियों से इसके बजाय व्यापारियों के साथ बैठक करनी चाहिए
कमर्शियल संपत्तियों पर कई साल से कर बकाया
राजधानी में सैकड़ों व्यावसायिक संपत्तियां हैं, जिन पर कई साल से टैक्स बकाया है। हालांकि निगम ने 31 मार्च 2023 तक टैक्स में छूट दी थी, लेकिन कुछ मालिक अब भी अपना बकाया जमा नहीं करा रहे हैं।
इसी वजह से हाउस टैक्स विभाग ने विशेष रूप से फार्म हाउस, होटल, गार्डन, मैरिज होम, बैंक्वेट हॉल, मॉल आदि जैसी व्यावसायिक संपत्तियों के मालिकों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है।
सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र, नरेला, छतरपुर, महरौली, झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र, जीटी करनाल रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में मालिकों को 150 से अधिक नोटिस पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
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