नमस्कार दोस्तों, आज की तारीख में शहर में 150 से भी ज्यादा कंपनियां इलेक्ट्रिक टू व्हीलर का निर्माण कर रही। यह बड़ी सूचना है क्योंकि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के उपयोग से प्रदूषण में कमी होने की सम्भावना जो हमारे वातावरण के लिए बेहद अच्छी खबर है।
हर साल 1.5 करोड़ से लेकर 2 करोड़ तक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की बिक्री होती
इसके अलावा, हर साल इलेक्ट्रिक स्कूटर की सालाना बिक्री 1.5 करोड़ से 2 करोड़ के बीच में हो रही, जो इस उद्यम की लोकप्रियता का सबूत है। आपको बताना चाहते कि जब से पेट्रोल और डीजल के दाम बड़े थे उसके बाद से लोगों ने इलेक्ट्रिक स्कूटर और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर को खरीदना शुरू कर दिया। शायद इसीलिए हर साल 2 करोड़ से भी ज्यादा इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की सेल होती।
पहले सभी इलेक्ट्रिक स्कूटर में 2.3 किलोवाट की बैटरी देखने को मिलती थी लेकिन आज की तारीख में 3 किलोवाट की बैटरी देखने को मिल जाती, जिससे इनकी चार्जिंग क्षमता और चलने की दूरी भी बढ़ गई। आज की तारीख में इलेक्ट्रिक व्हीकल में एक बार चार्ज करके 100 से 150 किलोमीटर तक जा सकते हैं। यानी की कुछ घंटे चार्ज करने के बाद आप लंबी दूरी तक जा सकते।
केंद्रीय सरकार भी कंपनियों की मदद कर रही
केंद्रीय सरकार कुछ नई योजनाएं चालू कर रही जिससे इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बनाने वाली कंपनियों को और भी ज्यादा आसानी होने वाली। इससे इन कंपनियों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की कीमत में भी कमी आ सकती। यानी कि अब कम कीमत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की मैन्युफैक्चरिंग होगी और जब आप इसको खरीदने जाएंगे तो फिर अपने बजट के अंदर इलेक्ट्रिक टू व्हीलर खरीद सकते।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का यह उत्थान हमारे भविष्य के लिए बड़ी संभावनाएं लेकर आ रहा। इन वाहनों का उपयोग करके हम प्रदूषण को कम कर सकते और हमारे वातावरण को सुरक्षित बना सकते। आशा है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का उपयोग और भी बढ़ेगा और हमारी धरती को एक स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाएगा। आपका क्या कहना हमारी जानकारी के बारे में आप हमको कमेंट बॉक्स में बता सकते।